मोदी सरकार के इस फैसले से मुश्किलों में घिरा पाकिस्तान, आपा खो बैठे इमरान




पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इन दिनों काफी खस्ता हालत से गुजर रही है। बताते चलें कि पाकिस्तान में जब से सत्ता परिवर्तन हुआ है, तभी से पाकिस्तान और भारत के द्विपक्षीय संबंधों को लेकर अनेक प्रकार के कयास लगाए जा रहे थे। जिसका हर संभव फायदा पाकिस्तान को होने वाला था। बताते चलें कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था जिस तरह से निचले क्रम की ओर बढ़ रही है, ऐसे में भारत का एक सहारा उसे काफी अधिक मजबूती देने के लिए काफी था।
गौरतलब है कि वर्तमान समय में पाकिस्तान का 1.78 रुपया भारत के एक रुपए के बराबर है। यही वजह है कि पाकिस्तान निरंतर भारत से व्यापार को लेकर जोर देता रहा है। क्योंकि डॉलर के मुकाबले व्यापार करने पर पाकिस्तान को तकरीबन 128 से भी अधिक पाकिस्तानी रुपया चुकाना पड़ता है। ऐसे में इमरान खान सहित उनके मंत्रिमंडल के अनेक मंत्री भी कई बार भारत से अच्छे रिश्ते को लेकर बयान दे चुके हैं। लेकिन एक तरफ पाकिस्तान जहां मित्रता की बात करता है, वहीं दूसरी ओर कश्मीर में भारत की पीठ में छुरा घूमने का काम भी करता है।
गौरतलब है कि हाल ही में मोदी सरकार काफी लंबे समय के पश्चात पाकिस्तान से बातचीत करने को राजी हुई थी। ऐसे में पाकिस्तान की वह तमाम उम्मीदें भी ताजा हो गई, जिसमें वह भारत के साथ व्यापार कर अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के प्रयासों में था। लेकिन सीमा पर लगातार पाकिस्तान की नापाक हरकतों के चलते भारत ने इस द्विपक्षीय वार्ता से भी इंकार कर दिया। जिसके चलते भारत और पाकिस्तान के बीच भविष्य में होने वाले किसी भी साझेदारी एवं व्यापार पर बात ना हो सकी। यही कारण है कि भारत सरकार के इस फैसले से पाकिस्तान सरकार को बड़ा झटका लगा है, वही उसकी अर्थव्यवस्था पर एक बड़ा संकट भी उत्पन्न हो गया है।
अब जब पाकिस्तान चौतरफा मुश्किलों से घिरा हुआ है, वही उसका विदेशी भंडार भी इतना कम हो चुका है कि वह डॉलर के मुकाबले अधिक व्यापार नहीं कर सकता। ऐसे में उसे भारत के साथ की अत्यंत आवश्यकता है। लेकिन भारत ने भी पाकिस्तान के सामने यह शर्त रखी है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद और घुसपैठ जैसी गतिविधियों को बंद नहीं करेगा, भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय रिश्तो का अच्छा होना संभव नहीं है। यही कारण है कि हाल ही में इमरान खान ने अपनी भड़ास निकालते हुए पीएम मोदी को कुछ अपशब्द भी कर डाले थे। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी कि आखिर पाकिस्तान आतंकवाद और कश्मीर में हो रही घुसपैठ को लेकर क्या कदम उठाता है? क्योंकि यदि पाक इन सभी गलत गतिविधियों को रोकेगाज़ तो फायदा पाकिस्तान का ही होगा। हालांकि क्या पाकिस्तान आतंकवाद को रोकेगा, आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही हमारे चैनल को फॉलो करें।

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